Saturday, April 27th, 2024

अब चमकेंगे अतिथि विद्वानों के चेहरे 

उच्च शिक्षा विभाग का सबसे बड़ा सिरदर्द बनी प्रोफेसरों की नियुक्ति के लिए कांग्रेस सरकार मिटाने का प्रयास कर रही है। क्योंकि एमपीएससी से चयनित आवेदक और अतिथि विद्वान दोनों की प्रोफेसर की कुर्सी पर बैठने बेताब हो रहे हैं। वे इतने वेताब हो चुके हैं कि उन्हें इंतजार करना तक रास नहीं आ रहा है। जबकि वे कालेज में विद्यार्थियों को पढ़ाते आ रहे हैं कि सब्र का फल मीठा होता है, लेकिन वे अपना पढ़ाया हुआ सबक ही भूल गए हैं। इसलिए कुछ तो उन्हें अपना पढ़ाया हुआ पाठ भी याद दिला रहे हैं। इसलिए सरकार भी दोनों को साधने में लगे हुए हैं। कुछ अतिथि विद्वान कांगेस सरकार पर उनके विश्वास को ठगने की बात तक कह रहे हैं। इससे उच्चशिक्षा मंत्री जीतू पटवारी और मुख्यमंत्री कमलनाथ तक दुखी हैं। इसलिए उन्होंने दोनों को नियुक्त करने की व्यवस्था बना रहे हैं। इसकी वजह कालेजों में दोनों वर्ग से नियुक्ति होने के बाद भी पद रिक्त बने रहेंगे। इसकी भनक दोनों वर्गों को लग चुकी है। इसलिए अब सभी के चेहरे खिल उठे हैं। 

Source : Agency

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